संदेश

2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मैं और मेरा चाँद 😍🥰🥰

चित्र
  ...एक बार चाँद ने कहा समंदर से....                                                                                तू उबलता है मेरे प्यार में...    पर कभी मिलता नहीं यही असफलता है तेरे प्यार में  .....समंदर ने भी कहा...यार चाँद मिलने को तो मेरा मन भी मचलता है प्यार में......पर क्या करूं...तू महीने के तीस दिन बदलता है प्यार में .... ☺.....                                                                                                     ऊपर लिखी कविता गीतकार स्वानंद किरकिरे ने लिखी है|....चाँद कितना खूबसूरत होता है। पर मैं  आज चाँद की खूबसूरती के बारे में बात नहीं करुँगी। बहुत सारे ,कवि ,लेखकों ने चाँद के बारे में बहुत  कुछ लिखा है। आज मैं आपको अपने चांद के बारे में बताना चाहती हूँ। चाँद से रिश्ता तो बचपन से ही है मेरा ,मम्मी खाना खिलाने के लिए चंदा मामा का हिस्सा खिलाती थी। बड़े होने पर कहानियो में साहित्य में चाँद को अलंकारों में पढ़ा। नायिका की खूबसूरती हमेशा चाँद से की जाती है। पर मेरा चाँद अलग है।       शायरों की महफिल सजी हो और चाँद का जिक्र ना हो ऐसा हो ही

Gaslighting -pychological manipulation

चित्र
            "गैसलाइटिंग" वर्ड ऑफ द ईयर           गैसलाइटिंग का क्या मतलब है?    इस वर्ष इस शब्द की सर्चिंग में 1740% का इजाफा हुआ है 😲इसलिए ही ये वर्ड ऑफ द ईयर घोषित हुआ है|                                                                      आसान शब्दों में कहा जाए तो "अपने फायदे के लिए दूसरे को भरमाना है|" दिमाग कि दही करना"..🤣 या फिर 'ब्रेन किडनैपिंग' यानी किसी के साथ मनोवैज्ञानिक तौर पर इस तरह खेल खेला जाए और उसे धोखे मे रखते हुए इस तरह से भ्रमित कर दिया जाए कि पीड़ित शख्स कोअपने विचारों और खुद की काबिलियत पर संदेह होने लगे |कई लोगों को इस बात का पता भी नहीं चलता कि वो इसका शिकार हो रहे हैं|  और ऐसा करने वाले, आपके परिवार के सदस्य, दोस्त, आपका पार्टनर ,आपका डॉक्टर, आपका पड़ोसी , आपका बॉस कोई भी हो सकता है|                                                                               अमेरिका के सबसे पुराने डिक्शनरी पब्लिशर मेरियम- वेबस्टर ने इस वर्ड को चुना है और परिभाषित भी किया है|-                                         

mensturation and sanitary napkins ...lets talk about period...and safe healthcare for women in our country

चित्र
"women are born with pain build in". ....                ये लाइन मैंने एक  पॉडकास्ट  में सुना था तब से ये मेरे मन  में घर कर गयी  है।पुबर्टी ,पीरियड   का दर्द ,चाइल्ड बर्थ का दर्द ,एबॉर्शन का दर्द ,pcos और मेनोपोज़। बचपन  से  लेकर बुढ़ापे तक साला  ये   दर्द कभी ख़तम ही नहीं होता। उपाय है ,मेडिसिन है और तो  और भारतीय महिलाओं की हेल्थ और सेफ्टी के  लिए कई कानून भी हैं। थ्योरी में सबकुछ एकदम फर्स्टक्लास है, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है।               अनमैरिड हो और gynac के पास जाओ  तो सबसे पहले वो जज करते हैं। शादी के बाद सब ठीक हो जायेगा जैसे दकियानूसी और  सेंसलेस बात करते हैं। अनवांटेड प्रेग्नन्सी की बात आये तो सब बैठ के गॉसिप करते हैं। अगर  सेक्सुअली एक्टिव हो का आंसर हां हुआ तो जज करने में  कोई कमी नहीं रखते।    DO I NOT DESERVE DIGNITY WHEN I AM  SEEKING HEALTHCARE?         2022 ख़तम  हो रहा है और हम  अभी भी 1922 कि मानसिकता को  झेल  रहे हैं। क्या आपके मोरल वैल्यू  मेरे फिजिकल ,मेन्टल और  सेक्सुअल हेल्थ से ज्यादा महत्वपूर्ण है ?क्या आपकी ओपिनियन मेरी जिंदगी से ज्या