मैं और मेरा चाँद 😍🥰🥰

 

...एक बार चाँद ने कहा समंदर से....                                                                                तू उबलता है मेरे प्यार में...    पर कभी मिलता नहीं यही असफलता है तेरे प्यार में  .....समंदर ने भी कहा...यार चाँद मिलने को तो मेरा मन भी मचलता है प्यार में......पर क्या करूं...तू महीने के तीस दिन बदलता है प्यार में .... ☺.....                                                                                                     ऊपर लिखी कविता गीतकार स्वानंद किरकिरे ने लिखी है|....चाँद कितना खूबसूरत होता है। पर मैं  आज चाँद की खूबसूरती के बारे में बात नहीं करुँगी। बहुत सारे ,कवि ,लेखकों ने चाँद के बारे में बहुत  कुछ लिखा है। आज मैं आपको अपने चांद के बारे में बताना चाहती हूँ। चाँद से रिश्ता तो बचपन से ही है मेरा ,मम्मी खाना खिलाने के लिए चंदा मामा का हिस्सा खिलाती थी। बड़े होने पर कहानियो में साहित्य में चाँद को अलंकारों में पढ़ा। नायिका की खूबसूरती हमेशा चाँद से की जाती है। पर मेरा चाँद अलग है।       शायरों की महफिल सजी हो और चाँद का जिक्र ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता| किसी के लिए चाँद उसके प्यार का आईना है तो किसी के अकेलेपन का साथी  ( कृपया यहां मेरे अकेलेपन पर तरस मत खाइयेगा)🤣🤣  और  मेरे लिए भी  चाँद मेरे तन्हाई का साथी है| एक इमेजनरि  (काल्पनिक दोस्त) एक ऐसा दोस्त है जो मेरी सारी बात सुनता है। बिना मुझे जज किये।  मेरी ख़ुशी ,मेरी तख़लीफ़ ,मेरा गुस्सा सब देखा है इसने। अब तो इसकी आदत सी है मुझे। बात भी ऐसी होती है...तुम्हें पता है आज मैं खुश हूं तो तुम मुझे और भी प्यारी लग रही...या फिर तुम्हें पता है..आज मेरा रोने का मन कर रहा है  पर शायद मुझे रोते हुए भी तुम्ही देख सकती हो...वैसे तो मैं बहुत ही स्ट्रांग हूं पर तुम्हें देखकर पिघल ही जाती हूं|  ........                                                                              सोचो कितने लोग अपनी प्रेमिकाओं को रिझाने के लिए  तुमसे तुलना करते है...तुम्हें आसमान से तोड़ कर जमीं पर लाने का वादा भी कर लेते हैं....पर मुझे तो तुम आसमान में काली रातों में ही पसंद हो...जब अमावस की रात को तुम नहीं दिखती या बारिश के दिनों में जब तुम बादलों के पीछे छुप जाती हो...तब भी मुझे तुम्हारे होने का उतना ही एहसास होता है |..... कभी -कभी सोचती हूं तुम अगर सच में मेरे होते ना तो तुमसे  तुम्हारे माथे को चूमकर कहती....."ए चाँद क्या तुम मेरे बनोगे हमेशा के लिए......"                                          थोड़ा अजीब है पर मुझे सुकून का अहसास होता है.. जब मैं अपनी सारी मन की बात कर लेती हूं.. 🤣🤣इसे खुद से बात करना भी कह सकते हैं |यहाँ मुझे पागल समझ सकते हैं... मैं बुरा बिल्कुल नहीं मानूँगी 🤣🤣... I am introvert person... And i am actually feel happy when I am alone...वो कहते हैं सुकून के दो पल खुद के साथ बिताना मुझे बहुत पसंद है और इसी सुकून में मेरा चाँद मेरे साथ होता है |.....मुझे भीड़ नहीं पसंद... मेरी फैमिली और मेरे प्यारे दोस्त जो कि गिनती के हैं|यही  मेरी दुनिया है और मैं इनके साथ बहुत खुश हूं|

           ये मेरी और मेरे चाँद की अनकही कहानी है... मुझे पता है चाँद सबका है... सबका अपना अपना चाँद होता है... ... मैं वो चाँद जिसका तेरे बिन न कोई आसमां... 

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