क्यों?
क्यों (why?) "जिनके पास जीने का ' क्यों ' मौजूद होता है। वे लगभग किसी भी तरह के 'कैसे' को सह लेते हैं। - नीत्शे कुछ भी करने से पूर्व यह जानने की कोशिश करना कि ये हम क्यों कर रहे हैं ?ताकि करने का उद्देश्य स्पष्ट हो एवं करने के लिए प्रेरणा मिलती रहे। किसी कि सलाह लेना अच्छी बात है पर ये खुद तय करें कि ये आप करना चाहते हैं या नहीं। क्यों कि अपने अच्छे बुरे के लिए आप स्वयं जिम्मेदार होते हैं। दूसरों को देख कर अपने लक्ष्य मत बनाइये कि वो कर रहा है तो मैं भी करूँगा क्यों कि सबकी इच्छा शक्ति ,रणनीति ,परिस्थिति अलग -अलग होती है। आप दूसरों से प्रेरणा ले सकते हैं पर पूरी तरह किसी को फॉलो न करें(अंधानुकरण )। वो कहते हैं -" हर चीज़ के पीछे वजह होती है। "यही वजह ये क्यों है। व्यक्ति के जीवन का यह ' क्यों '( जीवन का उद्देश्य ,लक्ष्य व जीवन दृष्टि को जानना ) उसके दृढ -निश्चय का प्रतीक है तथा उसके संघर्ष और जिजीविषा का ठोस प्रमाण प्रदान करता है। व्यक्ति की सफलता और