संदेश

समेकित संस्कृति

चित्र
                    समेकित संस्कृति               भारत की समेकित संस्कृति का विवादित हिस्सा हिन्दू -मुस्लिम प्रश्न का रहा है। एक अनुदारवादी खेमा भारतीय संस्कृति को इंद्रधनुषी नहीं बल्कि एक रंग का बनाना चाहता है। हॉल की घटनाओं ने प्रेरित किया मुझे कि क्यों न हम हमारी समेकित संस्कृति को अच्छे से समझने की कोशिश करें।              भारतवर्ष की विशिष्ट भौगोलिक अवस्थिति ने भी हमारी सामासिक सांस्कृतिक चेतना को गढ़ा है। जो विविधता भारत के भूगोल ,ऋतुओं और उच्चावच में है। वही उसकी संस्कृति में भी प्रतिबिंबित होती है। जैसे -भारतीय वन्य प्रदेश  भारत के आदिवासी संस्कृति के शरण स्थल बने तो भारत की उत्तर पश्चिम सीमा पर स्थित खैबर ,बोलन आदि दर्रों से होकर आक्रमणकारी जातियां यहाँ आती रहीं पर वे अंततः भारत की होकर ही रह गईं। शक -हूण -कुषाण -पल्लव -यवन क्या इन्हें भारतीय धारा में से पहचाना जा सकता है ?इस्लाम के आगमन ने हमारी संस्कृति को गंगा -जमुनी तहजीब दी। दुनिया भर क...

एक खूबसूरत अनुभव

चित्र
  एक नया और खूबसूरत अनुभव।               ये ३ महीने पहले की बात है  मैं अक्टूबर में उत्तराखंड घूमने गई थी। बहुत ही सुन्दर जगह है। सफर की शुरुवात दिल्ली से हुई और हमारा पहला पड़ाव ऋषिकेश था। ऋषिकेश बहुत ही शांत और खूबसूरत जगह है। गंगा नदी यहाँ अपने उमंग में होती है। शिवालिक पहाड़ी से होते हुए  जब वो ऋषिकेश से गुजरती है तो उसकी गति बहुत तीव्र होती है। गंगा किनारे खड़े होकर मैं बस यही सोच रही थी कि कितनी खूबसूरत जगह है तभी  हमने वहां रिवर राफ्टिंग वाली बोट को गुजरते देखा। तभी हमने  भी सोचा की रिवर राफ्टिंग करते हैं। मैं बहुत उत्साहित थी की चलो एक नया अनुभव होने वाला है। मानसून तभी समाप्त हुआ ही था। गंगा नदी की उफान अपने चरम पर था और पानी बहुत ही ज्यादा ठंडा था।                   हमारे इंस्ट्रक्टर ने हमें लाइफ जैकेट और हेलमेट दिए और हमें अच्छी तरह से समझाया कि क्या करना है। मजे की बात ये है कि हमारे बोट में ४ लोग थे और ४ में से सिर्फ मुझे तैरना आता था। तब...

बारिश की यादें

चित्र
               बारिश                   पूरे १ हफ्ते बाद आज दिल्ली में बारिश हो रही है। अजीब बात है  कि पिछले २ महीने से यहाँ बारिश केवल ( शनिवार या रविवार )के दिन ही हो रही है। ऐसा मैंने नोटिस किया जब मैं संडे को अपने क्लास के लिए जा रही होती हूँ तभी बारिश होती है। और सबसे बुरी बात ये है की यहाँ बारिश होने के बाद मौसम अच्छा नहीं बल्कि और कष्टदायी हो जाता है। १ हफ्ते में आधे घंटे की बारिश होती है और उसी वजह से इतनी ऊमस बढ़ जाती है कि सब कुछ चिपचिपा लगने लगता है। खैर ये तो दिल्ली की बारिश है।                      आज शाम से को जब में अपने बाल्कनी में टहल रही थी  तब  हल्की -हल्की  बारिश के साथ ठंडी हवा चल रही थी। मन किया कि चाय पीनी चाहिए। फिर याद आया कि मैं हॉस्टल में रहती हूँ और  मेस की चाय बहुत बकवास होती है।इसलिए मैंने चाय पीना ही बंद कर दिया था।  फिर भी मन तो कर ही रहा था बारिश की वजह ...

विश्वास

                        विश्वास (भरोषा )             "  विश्वास तब उस पहले कदम को उठाये जाने जैसा है ,जब आप पूरी सीढ़ी को देख नहीं रहे होते हैं। "                                                                                                                                                -मार्टिन लूथर किंग                         शरबत बनाने की सारी वस्तुएं एक जगह पे रख देने मात्र से शरबत नहीं बनता जब तक की कोई व्यक्ति उन्हें मिलाकर शरबत  बनाने का उपक्रम न ...

प्लास्टिक

चित्र
                                प्लास्टिक               हॉल  ही में सरकार ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक को पूरी तरह बैन करने का निर्णय लिया है। पर ये बात हम बरसों से सुनते आ रहे हैं। प्लास्टिक जैव निम्नीकरणीय  नहीं है। तथा सर्वत्र पाये जाने के कारण इससे निजात पाना भी मुश्किल है। इस वजह से ये प्लास्टिक खत्म न होने वाली विपत्ति बन गई है।               फिक्की  के मुताबिक  भारत में साल २०१४-२०१५ के दौरान प्रति व्यक्ति प्लास्टिक उपभोग ११ किलो था जिसके २०२२ तक बढ़कर २० किलो होने की संभावना है। और इसमें लगभग ४३ % हिस्सा सिंगल यूज़  प्लास्टिक का है।                  विश्व भर में निकाले गए तेल का लगभग ४ % भाग उन प्लास्टिक सामानों के निर्माण में काम आता है जिनका उपयोग दैनिक जीवन में किया जाता है। तेल के लगभग एक तिहाई भाग का उपयोग उन समस्त प्लास्टिक पैकजिंग सामग्री क...

भाषा

                                  भाषा               स्वतंत्र भारत ने भाषा संबंधी एक ऐसा प्रारूप अपनाया जिसमें सभी भाषाओं को महत्व दिया गया। फलस्वरूप संविधान के ८ वीं  अनुसूची में भाषा को स्थान दिया गया जिसमें पहले १४ भाषाएं थी परन्तु वर्तमान में २२ भाषाएं हैं। हालांकि  जनगणना २००१ के आंकड़ों के हिसाब से भारत में लगभग मुख्य  भाषा १२२ और अन्य भाषा १५९९ हैं इनमें से कई क्षेत्रीय भाषा और बोलियां हैं जो कम लोगों द्वारा बोली जाती है।                    आज राजभाषा दिवस (हिंदी दिवस )है। और मेरा हिंदी से लगाव स्वाभाविक ही है। स्कूलिंग हिंदी माध्यम से हुई। मेरे पापा ने हिंदी साहित्य में एम ए  किया है। इसलिए उनकी हिंदी साहित्य की किताबें मैं बचपन से ही पढ़ती आई हूँ। मेरा वैकल्पिक विषय भी हिंदी साहित्य रहा है। कॉलेज  में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।अंग्रेजी भाषा भी ठीकठाक है मेरी और में...

आशा और निराशा

चित्र
                 आशा और निराशा                      मनुष्य का जीवन आशा और निराशा का मिश्रण है। कभी हम ये सोचते हैं कि ऐसा करेंगे तो हमें सफलता मिल सकती है ,लेकिन दूसरे ही पल में हमें अपनी सफलता संदिग्ध लगने लगती है। फिर हम किन्तु- परन्तु के चक्कर में पड़ जाते हैं। यह हम पर निर्भर है कि हम किस दृष्टिकोण को अपनाते हैं।  यदि हम आशावान बनकर सफलता के प्रति आसक्त हैं ,तो हम हर हाल में सफलता को प्राप्त करेंगे ,लेकिन यदि हम निराशा के भवँर जाल में फंसकर यह चिंता करने लगेंगे कि हम सफल हो पाएंगे या नहीं ,तो हमारी सफलता भी संदिग्ध हो जाएगी।                   " हमारी हार और जीत को हमारा मन और मस्तिष्क ही तय करता है।"                   " मन के हारे हार है मन के जीते जीत। "                    कभी -कभी जरूर ऐसा होता है कि हम पूरी उम्मीद और ...